About
National Theatre Festival

Organized by Abhiyan Theatre Group

National theatre Festival is a theatre festival initiated in Gorakhpur, Uttar Pradesh. It was established in 2022 by Abhiyan theatre Group which was established by Shri Narayan Pandey & supported by Drama Talkies. Abhiyan theatre group orchestrated more than 100 plays and over 250 nukkad nataks. It has been a known group in India has now become one of the biggest theatre group for there commendable work. National theatre Festival has been a great platform where more than 200 artists & 10 plays will shown their creativity and work. It has evolved to National & International scope, hosting theatre companies from around the India & world.

The 1st National theatre festival will include several national plays performances, and various associated events in a wrap-around festival.

National Theatre Festival

Selected Plays for
2nd National theatre Festival

23 October 2024

AGP वर्ल्ड प्रोडक्शन, मुंबई | नाटक - बर्फ
निर्देशक- सौरभ शुक्ला
लेखक- सौरभ शुक्ला

"बर्फ" एक रोमांचक हिंदी थ्रिलर है, जिसे राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता बॉलीवुड अभिनेता सौरभ शुक्ला ने लिखा, निर्देशित और अभिनय किया है। यह नाटक कश्मीर की खूबसूरत पहाड़ियों में स्थापित है, जहां डॉ. कौल एक रहस्यमय गांव में आकर एक रात के दौरान चौंकाने वाली घटनाओं का सामना करते हैं। बर्फ से ढकी घाटी की पृष्ठभूमि और मंच पर गिरती बर्फ का दृश्य दर्शकों को कश्मीर की ठंडी और सजीव दुनिया में ले जाता है।

निर्देश का कहना है कि यह नाटक अपनी दृश्य भव्यता और जटिल कहानी के लिए सराहा गया है, जो दर्शकों को अपनी ठंडी और आकर्षक दुनिया में खींच लेती है। यह प्रदर्शन केवल एक नाटक नहीं है; यह एक ऐसा अनुभव है जो अंतिम पर्दा गिरने के बाद भी गूंजता रहेगा। यह नाटक सत्य, यथार्थ और विश्वास की गहन खोज पर आधारित है, जो आपको कहानी के हर मोड़ पर रोमांचित और उलझाए रखेगा।



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24 October 2024

रंग विदुषक, भोपाल | नाटक - ज़िंदगी और जोंक
निर्देशक- बंशी कौल
कहानी- अमर कांत

अमरकान्त की एक चर्चित कहानी है। लोगों के छोटे-मोटे काम कर बदले में भोजन मांग कर जीवन यापन करने वाला एक परजीवी चरित्र कहानी के केन्द्र में है। जो अपने गाँव की विषम आर्थिक परिस्थिति से उखड़ कर शहर के एक मोहल्ले में अपना डेरा डाल लेता है। शिवनाथ बाबू, उसे साड़ी की चोरी के संदेह के कारण पीटते है, बाद में पता चलता है कि साड़ी घर पर ही है। लेकिन उस गरीब एक परजीवी को उस गलती की सजा मिल चुकी थी, जो उसने कभी की ही नहीं थी। परिणाम स्वरूप अब मुहल्ले वाले उसके प्रति सहानुभूति रखने लगे और बचा हुआ या जूठा खाना उसे खाने को दे देते। एक दिन शिवनाथ बाबू उसे बुलाकर अपने घर ले जाते है और वहीं उसका नामकरण होता है "रजुआ"।

मुहल्ले के सभी लोग रजुआ पर अपना बराबर का हक समझते। वह पूरे मुहल्ले का नौकर बन गया था। इस कारण अब रजुआ भी थोड़ा ढीठ हो गया था। मुहल्ले की औरतों से हँसी-मजाक भी करने लगा था। शहर में गन्दगी के कारण उसे हैजा, फिर खुजली की बीमारी होने से अब कोई उसे अपने यहाँ नहीं आने देता था। इसी बीच एक लड़का, कथावाचक को सूचना देता है कि, रजुआ मर गया और वह एक चिट्ठी रजुआ के घर भेज कर सबको सूचित कर दे। पूरा मोहल्ला रजुआ के जाने से शोकाकुल हो जाता है। पर दो-चार दिन बाद रजुआ, कथावाचक के समक्ष उपस्थित होकर बताता है कि उसके सिर पर कौआ बैठ गया था और इस अपशकुन को टालने का एक तरीका यह है कि संबंधित व्यक्ति के झूठमूठ मरने की खबर फैला दी जायें।

कथावाचक यह नहीं समझ पाता हैं कि वह जिन्दगी से जोंक की तरह लिपटा है या फिर खुद ज़िन्दगी। वह जिन्दगी का खून चूस रहा था या ज़िन्दगी उसका? इतने अभावों में जिन्दगी के प्रति मोह, उसकी जिजीविषा को प्रकट करती है।



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25 October 2024

रंगकर्मी थिएटर ग्रुप, कोलकाता | नाटक - अभी रात बाकी है
निर्देशक - साउती चक्रबर्ती
लेखक- जयंत पवार

"आधान्तर", एक प्रतिष्ठित नाटक है जो टेक्सटाइल उद्योग तथा उससे जुड़े लोगों की परिस्थितियों का भाववाहक विवरण करता है। विख्यात मराठी नाटककार एवं आलोचक श्री जयंत पवार जी ने समसामयिक काल को ऐसी यथार्थता से दर्शाया है। इस नाटक का अनुवाद श्री कैलाश सेंगर जी ने हिंदी में किया और नाम "अभी रात बाकी है" रखा गया, जो कि रंगकर्मी की अन्यतम प्रस्तुतीकरण है।

इस नाटक ने, पिछले शतक के अंतिम दो दशकों के दौरान बंबई की आर्थिक-सामाजिक व राजनीतिक स्थितियों पर, रोशनी डाला है। वह एक ऐसा समय था जब वैश्विकरण का तूफान दुनिया पर टूट पड़ा था और बाकी सारे उद्योग बंध हो रहे थे। वैश्विकरण का प्रभाव दर्शनशास्त्र की बदलती छटाओं का कारण बना।



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26 October 2024

बीएनए रंगमंडल, लखनऊ | नाटक - निर्माण से निर्वाण तक
निर्देशक- बिपिन कुमार
लेखक- विजय मिश्रा

उड़िया के प्रसिद्ध नाटककार ना विजय मिश्र द्वारा लिखित 'तट निरंजना' पर आधारित है। इस नाटक में, लेखक 'नदी भू-आकृति विज्ञान' के रूपक को लेकर कथा का नैरेटिव गढ़ता है, जो विभिन्न अनुक्रमों के अनुरूप दृश्यमान होता है जैसे नदी का पहला चरण (युवा चरण), नदी का दूसरा चरण (परिपक्व चरण), और नदी का तीसरा चरण (बृद्ध चरण)। नाटक के प्रमुख पात्र नीललोहित और इच्छामती गौतम बुद्ध के युवावस्या के विचारों का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनके मन के विभिन्न चरणों को दर्शात है। नीललोहित भ्रमित है, जबकि इच्छामती सबल है। नदी के पहले चरण में पानी का वेग बहुत अधिक होता है, नीललोहित आनन्द के 'नियमों व विनियमों' और इच्छामती के 'दृढ़ व मुक्त विचारों' के बीच फंसा हुआ है।



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27 October 2024

रंग विनयक रंगमंडल, बरेली |  नाटक - अवेकनिंग-द स्लीपिंग सिकनेस सागा
निदेशक - शुभा भट्ट भासीन
लेखक- ओलिवर सैक्स




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Registration Form

National Theatre Festival

100 Plays

250 Nukkad Nataks

200 Artists

National theatre Festival

OUR VISION

National Theatre Festival is being organized by Abhiyan Theatre Group, Gorakhpur from 23rd to 27th October 2024 this year. Under this, excellent theatrical institutions will be called from all over India. A discussion on theatre/films will also be organized on this occasion, in which Theatre analysts/critics from all over the country are being invited. Book exhibition, painting exhibition will also be organized in this function.

ABOUT THE FESTIVAL DIRECTOR

Shri Narayan Pandey founder chairman of Abhiyan Theatre Group & convenor of festival, is an Indian theatre Director known for his predominantly in Theatre. He was born on 9th September 1969 in Gorakhpur (U.P). He completed his schooling and did graduation from Gorakhpur. His professional career in theatre began in 1991.

Later, he joined the Theatre training workshop organised by National school of drama & Sangeet Natak Akademi in the year 1992 to 1994. He was also trained under the guidance of theatre professional like Mohan upreti, Suresh Sharma, Alok chatterjee, Afsar Hussain, Surendra Sharma, & Late Nirmal Pandey. He has also established his own theatre group named Abhiyan theatre Group to promote quality art and also organised workshops, and stage acts. Abhiyan theatre group is successfully running a leading theatre group in gorakhpur.



Shri Narayan Pandey

OUR JURY MEMBERS

Himani Shivpuri

Actor

Rakesh Bedi

Actor

President of The Organising Committee

Dr. Harshvardhan Rai, who is an M.B.B.S from Patna Medical college, M.S from G.R.Medical College, Gwalior and a trainee from Maulana Azad Medical College Delhi is Practicing Surgery in Gorakhpur and also playing an important role in the field of Literature, Music, Theatre, Cinema and other Art works. From the last 2 years, 'Gorakhpur Literary Festival' has gained a reputed and greater heights under his leadership. He is well known personality in Gorakhpur and has immense respect for his work in the field of Medical Science and Art.



Dr. Harshvardhan Rai

ABOUT DRAMA TALKIES

Drama Talkies is a flagship venture setup in 2016 by actor-founder Rajiv Mishra to promote quality art and cinema. The organization creates opportunities to hone the talented young minds by organizing theatrical plays; Acting and direction skill-development workshops; mentoring sessions by Bollywood stalwarts and finally providing them a renowned platform to showcase their talent. Our core team comprise of NSD, FTII alumni and actors from Bollywood. Drama talkies plays has performed at many prominent art platform of the country. We strongly believe in art's accessibility to all and implements on this belief by taking its productions beyond the indian metros to the innumerable towns and districts usually omitted by the regular theatre circuit. Drama talkies theatre plays has performed in many cities of India in theatre festivals on invitations. Drama Talkies has done theatre workshops, and more than 50 theatre plays.

National Theatre Festival is being organized by Abhiyan Theatre Group, Gorakhpur from 23rd to 27th October 2024 this year. Under this, excellent theatrical institutions will be called from all over India.

Organising Team

Name Designation
Dr. Harshvardhan Rai
MBBS, MS (Surgery)
Chairman
Mr. Madhvendra Pandey (LIC) Vice President
Dr. Brajendra Narayan Singh Secretary
Mr. Shrinarayan Pandey Convener


Patron


Name Designation
प्रो. सुरेश शर्मा निदेशक- उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, प्रयागराज
संजय उपाध्याय पूर्व निदेशक-मध्य प्रदेश स्कूल ऑफ़ ड्रामा, भोपाल
अमित बनर्जी अकादमिक परिषद् सदस्य, NSD, नई दिल्ली
डॉ. एस.के. लाट अन्नपूर्णा चेस्ट केयर सेंटर, गोरखपुर
ई. आर. डी. सिंह चेयरमैन, KIPM टेक्निकल कैम्पस, गीडा, गोरखपुर
डॉ. रंजना बागची बागची नर्सिंग होम और टेस्ट ट्यूब सेंटर, गोरखपुर
डॉ. ए. पी. गुप्ता निदेशक- सर्वांग हॉस्पिटल, गोरखपुर
डॉ. संजयन त्रिपाठी निदेशक- नवल्स अकादमी समूह, गोरखपुर
डॉ. विमल कुमार मोदी निदेशक- आरोग्य मंदिर प्राकृतिक चिकित्सा
क़लीम कैसर प्रसिद्ध शायर और साहित्यकार
रवि शंकर खरे पूर्व अध्यक्ष भारतेंदु नाट्य अकादमी, लखनऊ
डॉ. विनोद श्रीवास्तव पैथोलॉजिस्ट, नवाब कॉटेज, गोरखपुर
प्रो. भारत भूषण पूर्व सदस्य ललित कला अकादमी, उ० प्र०
डॉ. विज़ाहत करीम निदेशक- स्टार हॉस्पिटल, गोरखपुर
प्रो. शिवसरन दास पूर्व आचार्य गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर
श्री गिरिजेश कुमार पाण्डेय पूर्व चेयरमैन स्थाई लोक अदालत, गोरखपुर
श्री लक्ष्मीकांत राय उद्योगपति एवं व्यवसायी, गोरखपुर
श्री राजीव मिश्रा निदेशक- ड्रामा टॉकीज़, मुम्बई
विनोद कुमार राय कोषाध्यक्ष आयोजन समिति
श्री शिव पाण्डेय चेयरमैन- शिवाय होटल

Guest in festival

Saurabh Shukla

Indian Actor

Rajendra Gupta

Indian Actor

Himani Shivpuri

Indian Actress

Rajendra Gupta

Indian Actor

Piyush Mishra

Indian Actor and Singer

ABOUT THE CITY- GORAKHPUR

Gorakhpur is the gateway to many cultures and considered to be a gateway to Hinduism and Buddhism which is located on the bank of the river rapti with its history going back to the Vedic period, it was once part of Lord Rama’s renowned Koshla kingdom. 

Registration Form

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Media Coverage



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गोरखपुर रंग महोत्सव विडियो



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